Wednesday 28 November 2012

[IAC] परिवर्तन

परिवर्तन
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जड़ बन चुकी व्यवस्था में भी,
तब्दीलियाँ हो पाएगी कभी .
युग परिवर्तन के नए दौर का
अहसास कराने वाले आ गए.

आर्थिक नैतिकता का बोध हमें
कभी भगवान् बुद्ध ने कराया था.
शुद्ध आचार, शुद्ध विचार बनाने,
समाज में अन्ना वाले छा गए.

भारत छोड़ो का नारा कभी,
महात्मा गाँधी ने लगाया था,
भ्रष्टाचार छोड़ो का अलख अब,
आम आदमी वाले जगा गये.

सुधार देश-समाज का अब,
कोई ताकत रोक न पाएगी,
युग परिवर्तन का दौर है ये,
कई मनीषी भी हमें बता गए.

Jai Janta.....Jai Janlokpal...
ॐ . ੴ . اللّٰه . † …….
Om.Onkar. Allâh.God…..
Jai Hind! Jai Jagat (Universe)!

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-Ghulam Kundanam,
Volunteer, IAC, Rohtas (Sasaram), Bihar.
Supporter & Well-Wisher, AAP.
Mobile No- 9931018391.

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