रोशन है कायनात दीवाली की रात है,
अपने वतन की अलग ही कुछ बात है.
यहाँ हर दिल में ख़ास रौशनी होती है.
प्रेम - मोहब्बत भरे सबके जज्बात है.
मंदिर - मस्जिद- गिरजाघर भी बोले,
एक ही मिट्टी से हमारी मुलाक़ात है.
जाति - जमात में जो बांटे हमसब को,
कह दो हमारी एक हिन्दुस्तानी जात है.
भ्रष्टाचार मिटाने को लड़ रहे हैं हमसब,
पर हम पर ये हो रहा कैसा आघात है ?
अब उठो जागो ऐ मेरे वतन के लोगों,
जम्हूरियत की अब तो निकली बरात है.
sabhi bhai-bahnoN ko dipawali ki dheroN shubhkamnayeN aur badhaai……
ॐ . ੴ . اللّٰه . † …….
Om.Onkar. Allâh.God…..
Jai Hind! Jai Jagat (Universe)!
-Ghulam Kundanam,
IAC, Rohtas, Bihar.
Mobile No- 9931018391.
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